मुहावरे की परिभाषा –

मुहावरा अरबी भाषा का शब्द है ,जिसका शाब्दिक अर्थ होता है -‘अभ्यास’ | हिंदी मे ऐसे वाक्यांश को मुहावरा कहा जाता है, जो अपने साधारण अर्थ को छोड़ कर विशेष अर्थ को व्यक्त करते है |

वाक्य प्रयोग करने के नियम –

वाक्य प्रयोग करने के सामान्य नियम निम्न है –
1- सर्वप्रथम मुहावरे का अर्थ जानना आवश्यक है |
2- इसके बाद एक सार्थक वाक्य का निर्माण करेंगे |
3- वाक्य इस प्रकार होना चाहिये जो मुहावरे के अर्थ को व्यक्त करता हो ,परंतु वाक्य प्रयोग मे मुहावरे का अर्थ नही लिखा जाता , बल्कि मुहावरे को ही वाक्य प्रयोग में लिखा जाता है |
4- उदाहरण के रुप में यदि हम ‘नौ दो ग्यारह होना ‘मुहावरे का वाक्य प्रयोग करेंगे तो सबसे पहले उसके अर्थ पर ध्यान देंगे |इस मुहावरे का अर्थ है -भाग जाना| वाक्य प्रयोग इस प्रकार करेंगे कि भाग जाना अर्थ न लिख कर नौ दो ग्यारह लिखेंगे |
जैसे -पुलिस को देख कर चोर नौ दो ग्यारह हो गये |

हिंदी के प्रचलित प्रमुख मुहावरे और उनके अर्थ –

नीचे तालिका में प्रमुख मुहावरे दिये जा रहे है | पाठकगण अवलोकन करें तथा विशेष जानकारी के लिए कई पुस्तकों का सहारा ले सकते हैं | प्रचलित मुहावरे को चुनने का पूरा प्रयास किया गया है , जिससे ज्ञान वृद्धि में सहायक हो सके |

प्रमुख मुहावरों की सूची

मुहावरे अर्थ
अपना उल्लू सीधा करना अपना स्वार्थ सिद्ध करना
अंधे की लाठी एक मात्र सहारा होना
अंगारे बरसना कड़ी धूप होना
अंगारों परा लोटना रोष , डाह या जलन के मारे कुढ़ना
अग्नि परीक्षा कठिन एवं जटिल जाँच प्रक्रिया
अंग टूटना थकावट के कारण शरीर में दर्द होना
अंगूर खट्टे होना इच्छित वस्तु प्राप्त न  होने पर उसे रद्दी बताना
अंधे के हाथ बटेर लगना अनायास मिल जाना
अपना सिक्का जमाना अपना प्रभुत्व स्थापित करना
अंगारों पर पैर रखना जानबूझकर खतरे का कार्य करना
अंटी मारना चाल चलना
अंधेर खाता नियम विरूद्ध कार्य करना
अन्न जल उठाना सत्यता की परीक्षा देना
अगर –मगर करना टाल-मटोल करना
अंगूठा दिखाना साफ इंकार कर देना
अंगद का पैर होना दृढ़ होना
अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना अपना ही अहित करना
अपना सा मुँह लेकर रह जाना लज्जित होना
अँगुलियों पर नचाना वश में करना
अँगूठा चूसना चापलूसी करना
अँधेरे में तीर चलाना लक्ष्य विहीन प्रयास करना
अक्ल का अंधा महा मूर्ख
अक्ल पर पत्थर पड़ना बुद्धि भ्रष्ट होना
अगर – मगर करना टाल – मटोल करना
अंत बिगाड़ना परिणाम खराब करना
अक्ल चकराना समझ में न आना
अपनी खिचड़ी अलग पकाना सबसे अलग रहना
अपने पैर पर खड़ा होना स्वावलम्बी होना
आँख मारना संकेत करना / इशारा करना
आग में घी डालना क्रोध को भड़का देना
आकाश –पाताल एक करना कठिन परिश्रम करना
आँख दिखाना धमकी देना / डाँटना
आँख बंद करके कार्य करना लापरवाही पूर्वक कार्य करना
आटा – दाल का भाव मालूम पड़ना कठिनाईयों का अनुभव करना
आसमान टूट पड़ना अचानक मुसीबत आ जाना
आग बबूला होना अत्यधिक क्रोध करना
आँखे मूदना मृत्यु को प्राप्त होना
आँखे लाल पीला करना क्रोध करना
आँखों में धूल झोंकना धोखा देना
आग में कूदना संकट में पड़ना
आटा – गीला होना संकट में और संकट आ जाना
आस्तीन का साँप होना विश्वासघाती होना
आसमान के तारे तोड़ना असम्भव कार्य करना
आवाज बुलंद करना तीव्र विरोध करना
आटे के साथ घुन पिसना दोषी के साथ निर्दोष का भी हानि होना
इति श्री करना समाप्त करना
इलायची बाँटना दावत देना / नियंत्रण देना
इस कान से सुनकर उस कान से उड़ा देना किसी बात पर बिल्कुल भी ध्यान न देना
इंद्रासन की परी होना अत्यंत सुंदर होना
ईद का चाँद होना बहुत दिनों बाद दिखाई देना
ईश्वर की माया , कहीं धूप कहीं छाया भाग्य की विचित्रता
उँगली उठाना आलोचना करना / निंदा करना
उड़ती खबर अफवाह
उन्नीस – बीस होना बहुत मामूली सा अंतर होना
उल्लू बनाना मूर्ख बनाना
उल्टी पट्टी पढ़ाना बहकाना
उल्टी गंगा बहाना उलटा काम करना / विपरीत काम करना
उल्टे छुरे से मुढ़ना ठगी करना
उल्लू सीधा करना अपना काम निकालना
ऊँचा सुनना कम सुनना
ऊँट के मुह में जीरा होना अधिक खाने वाले को थोड़ा भोजन
ऊँची दुकान फीका पकवान नाम के अनुरूप गुण का न होना
एक और एक ग्यारह होना संगठन में शक्ति
एक थैली के चट्टे – बट्टे समान विचार वाले
एड़ी चोटी का जोर लगाना बहुत प्रयास करना
एक पंथ दो काज एक कार्य के साथ दूसरे कार्य को भी करना
ऐरा – गैरा , नत्थू खैरा सामान्य व्यक्ति
ओखली में सिर देना जान बूझकर मुसीबत मोल लेना
औधे मुँह गिरना पराजित होना
कलेजा ठण्डा होना मन को शांति मिलना
 कमर कसना तैयार हो जाना
कलेजे पर सांप लोटना डाह करना
कच्चा चिट्ठा खोलना भेद का खुलासा करना
कंगाली में आटा गीला होना अभाव में भी अभाव का होना
कफन सिर से बांधना हर तरफ की बाँधा झेलने के लिये तैयार रहना
कलेजा थामकर रह जाना कठिन समय में भी धैर्य धारण करना
कलई खुलना भेद प्रकट होना
कागजी घोड़े दौड़ना केवल लिखा- पढ़ी ही करते रहना
काठ का उल्लू महामूर्ख
कान भरना चुगली करना
काम तमाम करना मार डालना
किताबी कीड़ा होना पढ़ने में लगे रहना
काला अक्षर भैंस बराबर अनपढ़ होना
कूप मण्डूक होना सीमित ज्ञान का होना
कोल्हू का बैल होना हमेशा परिश्रम करते रहना
कीचड़ उछालना बदनाम करना
खून खौलना क्रोध आना
खटाई में पड़ना व्यवधान आ जाना
खाक में मिलाना नष्ट करना
खिचड़ी पकाना गोपनीय तरीके से षड़्यंत्र रचना
खून का घूट पीना गुस्सा पचा जाना
खाक छानना भटकना
ख्याली पुलाव पकाना व्यर्थ की कल्पना करना
खेत रहना युद्धभूमि में मारा जाना
खून पसीना एक करना कठिन परिश्रम करना
खिल्ली उड़ाना उपहास करना
खोपड़ी खाना बकवास करना
खून का प्यासा होना प्राण लेने को तत्पर रहना
गाल बजाना डींग हाकना
गुड़ गोबर कर देना सब काम बिगाड़ देना
गड़े मुर्दे उखाड़ना पुरानी बातों को याद करना
गेहूँ के साथ घुन का पिस जाना दोषी के साथ निर्दोषी का भी अहित होना
गूलर का फूल दुर्लभ वस्तु
गिरगिट की तरह रंग बदलना किसी एक बात पर स्थिर न रहना
गूंगे का गुण होना अनुभव को प्रकट न कर पाना
गुदड़ी के लाल साधारण में असाधारण
घड़ों पानी पड़ जाना लज्जित होना
घाव हरा करना भूले हुए कष्ट को याद दिलाना
घी के दिये जलाना आनंद मनाना
घुटने टेकना हार मान जाना
घोड़े बेचकर सोना निश्चिंत हो जाना
घोंघा बसंत महामूर्ख
चोली दामन का साथ गहरी मित्रता
चाँद पर थूकना अच्छे आदमी पर कलंक लगाना
चाँदी का टुकड़ा होना अत्यधिक सुंदर होना
चाँदी काटना अधिक लाभ कमाना
चण्डाल चौकड़ी बदमाश किस्म के लोग
चम्पत होना भाग जाना
चूड़ियाँ पहनना डरपोक होना
चूना लगाना धोखा देना
चिराग तले अँधेरा पास की ही वस्तु का दिखाई न देना
छाती पर मूँग दलना पास रहकर दिल दुखाना
छठी का दूध याद आना अत्यधिक कष्टप्रद होना
छूमंतर होना गायब हो जाना
छाती पर साँप लोटना ईर्ष्या करना
जमीन आसमान एक करना सभी प्रकार के उपाय करना
जंगल में मंगल होना निर्जन में चहल पहल होना
जान हथेली पर रखना प्राणों की परवाह न करना
जूते चाँटना चापलूसी करना
जले पर नमक छिड़कना दु:ख पर और दु:ख देना
झण्डा गाड़ना अधिकार जमाना
झाडू फेरना नष्ट करना
टांग अड़ाना दखल देना
टोपी उछालना बेईज्जती करना
टाँय- टाँय फिस होना काम बिगड़ जाना
टेढ़ी खीर कठिन काम
टस  से मस न होना विचलित न होना
ठकुर सुहाती करना चापलूसी करना
ठन –ठन गोपाल खोखला / दिखावा
ठीकरा फोड़ना दोष लगाना
डंका बजाना शोहरत होना
डकार जाना हड़प लेना
डोरे डालना प्रेम में फसाना
ढिंढोरा पीटना सबको बता देना
ढोल में पोल खोखला होना/ जैसालोग समझते है वास्तव में वैसा न होना
तख्ता पलट सरकार का बदल जाना
तलवे चाटना खुशामद करना
तिल का ताड़ करना छोटी बात को बढ़ा चढ़ा कर बताना
तेली के कोल्हू का बैल होना हमेशा काम में लगे रहना
तीस मार खाँ बनना बहुत बहादुर बनना
तोता रटंत बिना समझे याद करना
थूककर चाटना अपनी बात से मुकर जाना
दाँत खट्टे करना पराजित कर देना
दाल में कुछ काला होना आशंका होना
दांतों तले उँगली दबाना आश्चर्य करना
दाई से पेट छिपाना जानकार से बात छिपाना
दूध के दाँत न टूटना अनुभवहीन होना
दो नावों पर पैर रखना दोंनो तरफ रहना
धूप में बाल सफेद करना अनुभवहीन होना
धूल फाँकना इधर उधर भटकना
नाकों चने चबवाना बहुत तंग करना
निन्यानबे के फेर में पड़ना एक –एक पैसा जोड़ने की कोशिश करना
नौ दो ग्यारह होना भाग जाना
नमक हराम होना कृतघ्न होना/ उपकार को न मानने वाला
नंगा नाच नचाना मर्यादा विहीन कार्य करना
पगड़ी उतारना अपमान करना
पगड़ी रखना सम्मान रखना
पत्थर की लकीर किसी बात पर बने रहना
पहाड़ टूट पड़ना विपत्ति का आना
पानी – पानी होना लज्जित होना
पानी पीकर जात पूछना काम होने के बाद जाँच पड़ताल करना
पीठ दिखाना युद्ध से भाग जाना
पैरो तले जमीन खिसकना हक्का – बक्का रह जाना
पाँचों उँगलियाँ घी में होना लाभ ही लाभ होना
फूँक फूँक कर कदम रखना सावधानी पूर्वक कार्य करना
फूटी आँखों न सुहाना जरा सा भी पसंद न होना
फूले न समाना अत्यंत प्रसन्न होना
बखिया उधेड़ना भेद खोलना
बंदर घुड़की व्यर्थ की धमकी देना /डराना
बगुला भगत होना पाखण्डी होना
बाल की खाल निकालना बहुत ही सूक्ष्म विवेचन करना
बालू की भीत शीघ्र नष्ट होने वाला कार्य
भीगी बिल्ली बन जाना डर जाना
भूत सवार होना पूरी तरह कार्य में जुट जाना
भैस के आगे बीन बजाना किसी भी प्रकार के उपदेश का प्रभाव न होना
भेड़िया धसान देखा – देखी कार्य करना
मूँह में पानी आना ललचाना
मुट्ठी गरम करना रिश्वत देना
मुँह की खाना पराजित होना
मक्खियाँ मारना बेकार बैठे रहना
मजा किरकिरा होना आनंद में विघ्न पड़ना
मिट्टी का माधो मूर्ख
मैदान मारना विजय प्राप्त करना
मोटा आदमी धनी व्यक्ति
यमराज का बुलावा आना मृत्यु के निकट होना
रंग में भंग पड़ना आनंद में बाधा पड़ना
रोंगटे खड़े होना रोमांच होना
रंग जमाना प्रभाव बढ़ाना
लंगोटिया यार घनिष्ट मित्र
लोहे के चने चबाना कठिन कार्य करना
लीपा पोती करना छिपाने का प्रयास करना
लकीर का फकीर होना पुराने परम्पराओं का अंधानुकरण करना
विष के घूट पीना अपमान बरदाश्त करना
विष घोलना गड़बड़ी पैदा करना
शैतान के कान काँटना बहुत चालाक होना
श्री गणेश करना कोई भी कार्य प्रारम्भ करना
सठिया जाना बुद्धि भ्रष्ट हो जाना
सती – सावित्री पतिव्रता
समुद्र – मंथन बहुत कठिन कार्य
सिर धुनना पछतावा करना
सोने की चिड़िया होना अति समृद्ध होना
सॉप को दूध पिलाना बुरे के साथ नेकी का काम करना
साँप छछुंदर की गति होना दुविधा की दशा होना
सिर मुँडाते ही ओले पड़ना काम शुरु होते ही बाधा पड़ना
सब धान बाईस पसेरी सबको एक समान समझकर व्यवहार करना
सिर से कफन बाँधना प्राणों की परवाह न करना
हजामत बनाना लूटना / पीटना
हथेली पर जान लिये फिरना मृत्यु की परवाह न करना
हवाई किले बनाना केवल कल्पना करते रहना
हाथ – पाँव फूल जाना डर से घबरा जाना
हाथ पीले करना लड़की का विवाह करना
हाथ मलते रह जाना कुछ भी प्राप्त न होना
हिंदी की चिंदी निकालना किसी बात की तह तक पहुँचना
हुक्का –पानी बंद करना बिरादरी से अलग कर देना
हाथी के दाँत खाने के और दिखाने के और बाहर से कुछ और भीतर से कुछ और होना
त्रिशंकु होना न इधर क ,न उधर का

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