कहानी: बुधवा

**********बुधवा********* —————————————– हरिराम का शव धीरे धीरे अकड़ता जा रहा था। आखिर कब तक एक लाश सही हालत में रह सकती थी? लेकिन हरिराम का छोटा लड़का बुधवा करे भी तो क्या करे? हरिराम के मरते ही उसने अपने दोनों बड़े भाइयों को टेलीग्राम करके पिता के मरने की खबर कर दी लेकिन अभी तक […]

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क्योंकि मैं एक औरत हूं

    मैं चुप रह गई, क्योंकि मै एक औरत हूँ… मुझे माँ की कोख में मारा गया , मेरे वजूद को खत्म कर डाला गया , बार बार मेरा बलात्कार हुआ , इल्ज़ाम दोषी पर नहीं, मुझ पर लगा, सजा भी दोषी को नहीं, मुझको मिली , कपड़ों से लेकर मेरे चरित्र पर प्रश्नचिन्ह […]

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