संस्कृत साहित्य का सामान्य परिचय   –

संस्कृत साहित्य एवं भाषा की गणना विश्व  की प्राचीन भाषा के रूप होती है | संस्कृत भाषा संयोगात्मक भाषा है | संस्कृत भाषा की एक खास विशेषता है कि शब्दों का क्रम बदलने पर भी अर्थ में बदलाव नहीं होता है | वैदिक काल से लेकर आज तक संस्कृत भाषा में अनेक कवि एवं लेखक पैदा हुए , जिन्होने संस्कृत भाषा एवं साहित्य के विशाल एवं अनुपम भण्डार को बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई | संस्कृत साहित्य में अनेक रचनाएँ हैं , यथा –वेद, पुराण,उपनिषद,रामायण,महाभारत, अभिज्ञानशाकुंतलम् , मेघदूतम् , कादम्बरी ,नीतिशतकम् , उत्तररामचरितम् , शिशुपालवधम् आदि |

हम यहाँ संस्कृत साहित्य की वैदिक काल से लेकर आधुनिक काल तक की रचनाओं का संक्षिप्त रूप से उल्लेख करते हुए उनकी विशेषताओं पर भी प्रकाश डालने का प्रयास करेंगे | हमारा उद्देश्य है कि पाठकगण संस्कृत साहित्य से परिचित हो सकें | हमें पूर्ण विश्वास है कि इस संकलन को पढ़ने के बाद संस्कृत साहित्य की प्रमुख रचनाओं का ज्ञान प्राप्त हो सकेगा | जिसका उपयोग पाठकगण संस्कृत की विभिन्न परीक्षा हेतु एवं ज्ञान पिपाशा हेतु कर सकते है | आगे के अध्यायों में संस्कृत साहित्य का संक्षिप्त परिचय दिया जा रहा है ।


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