अगर करो तुम वादा मुझसे

अगर करो तुम वादा मुझसे मरुधर में भी फूल खिलादूँ पर्वत को भी धूल बनादूँ अगर करो तुम वादा मुझसे प्राण ! मेरे संग चलने का । हँस-हँसकर शूल चुनूँ पथ के पलकों की नाजुक उँगली से बणीठणी-सा चित्र उकेरूं मग पर करुणा कजली से डगर-डगर की प्यास बुझादूँ राहों की भी आह मिटादूँ अगर […]

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