ओ वीणा वाद्य्य बजाने वाली।
ओ वीणा वाद्य्य बजाने वाली।
प्यारी प्यारी सरस्वती माँ।
श्वेत कमल पर तु विराजीत।
श्वेत वस्त्र तु धारण किए।
ओ माँ…… ओ माँ……
विद्या भंडार भर दे माँ।
सबको तु ज्ञान दे दे माँ।
अज्ञानता को दुर कर दे माँ।
जीवन को तु रोशन कर दे माँ।
ओ माँ…… ओ माँ……
जय जय जय माँ सरस्वती।
हाथों में ले बैठी वीणा।
कितना मधुर स्वर गाती।
ओ माँ…… ओ माँ……
मधुर मधुर रसीली वाणी।
सबको तु दे दे माँ।
ओ वीणा वाद्य्य बजाने वाली।
तु कितनी प्यारी, तु कितनी भोली लगती।
ओ माँ…… ओ माँ……
ओ वीणा वाद्य्य बजाने वाली।
नाम = कविता संघवी
जन्म तिथि = 18/5/1998
स्थान = रामगंजमण्डी कोटा (राजस्थान)
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